सीकर घटना बाद सारे राजपूत नेता एकबार फिर एकसाथ - कालवी, गोगामेड़ी, गुढ़ा, न्यांगली, मकराणा, दुर्ग सिंह खींवसर सहित सारे नेता मतभेद बुला एकजुट
समाज के स्वाभिमान, मान मर्यादा पर हमला करते हुए राजपूतों की रजपूती को ललकारा गया, तब तब राजपूत समाज ने अपनी एकजुटता भी दिखाई और अपने अस्तित्व का अहसास भी कराया गया।
1986 में रूप माता सती माता प्रकरण समय 2017-18 के पद्मावती फिल्म विरोधी आंदोलन दौरान आनंदपाल सिंह फर्जी एनकाउंटर विरोध में सांवराद आंदोलन समय तो जैसलमेर मे निहत्थे को घेरकर पुलिस गोली का शिकार किए गए चतुर सिंह सोढ़ा फर्जी एनकाउंटर समय और राजस्थान में 80 के दशक में भवानी निकेतन के ऐतिहासिक आंदोलन समय तो 2017 में वसुंधरा राजे सरकार के इशारे पर जयपुर में गैर कानूनी रूप से किए जा रहे राजघराने की प्रौपर्टी के जबरन अधिग्रहण समय यानी राजमहल प्रकरण समय राजपूत समाज ने एकजुटता दिखाई ..
तो पद्मावती फिल्म निर्माण समय और उस फिल्म के प्रदर्शन दौरान जब राजपूत समाज की मर्यादा पर आंच आई तो संपूर्ण भारत के क्षत्रियों ने एकजुटता दिखाते संघर्ष किया,
और सरकारी तंत्र को अपनी ताकत का अहसास कराया, लोकसभा उप चुनाव दौरान भी सारा राजपूत समाज पहली बार भारतीय जनता पार्टी का खूंटा तोड़ यह साबित किया,
कि वो किसी पार्टी के साथ भावनाओं से बंधे थे, पर किसी भी पार्टी के जर-खरीद गुलाम नहीं है ...
तो एक बार फिर अब राजपूत समाज के मुखियाओं को अपने सारे मतभेद भुला एक मंच पर आने का मौका मिला है।
सीकर धोद थाना क्षेत्र में घटित वो बारत पर हमला कर दुल्हन को अगवा कर लेने की दुसाःहसिक और चौंकाने वाली घटना ने एक बार पुनः राजपूत समाज को एक मंच पर एकत्रित किया है।
सीकर के राजपूत छात्रावास में हजारों युवाओं को संबोधित करते हुए करणी सेना मुखिया सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने ऐलान किया, कि हम लोग यहाँ के स्थानीय नेता राजेन्द्र सिंह गुढ़ा बसपा विधायक के नेतृत्व में एकत्र हुए हैं, और हम सभी लोग इन्हीं के कमान निर्देश अनुसार आगे की कार्रवाई को अंजाम देंगे,
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने वहाँ उपस्थित हजारों युवाओं से हामी भराई कि, क्या आप लोग भी तैयार हैं राजेन्द्र जी गुढ़ा के नेतृत्व मे कूच करने के लिए ?? क्या आप लोग वही मानेंगे जो राजेन्द्र जी गुढ़ा कहेंगे .... वहाँ उपस्थित हजारों की भीड़ ने जब भावी अभियान की कमान राजेन्द्र जी गुढ़ा नेतृत्व मे स्वीकार करने की हामी भर ली तो वहाँ सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने उन्हें अपने आक्रामक और उत्तेजक संबोधन में राजपूती को ललकारते हुए, सीकर कलेक्टर ओफिस के घेराव की ओर कूच करने का आह्वान करते हुए, उत्तेजना और आक्रोश के माहौल बीच कलेक्ट्रेट की ओर कूच किया । आभार duggibanna
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