नूंह की घटना दुखद। क्या सरकार एक यात्रा निकालने को भी सुरक्षा नहीं दे सकती। खुलेआम हिंसक नारे लगाए जा रहे हैं। सुनने में आ रहा है कि बजरंग दल के कुछ लोगों को जिंदा जला दिया गया अगर यह बात सच है तो बिल्कुल अंधेरगर्दी ।क्या सरकार जानबूझकर आंख बंद किए बैठी थी ताकि कुछ युवकों को मरवा कर वोट बैंक बटोरा जा सके। दुखद बेहद दुखद।
दंगा सरकार ने करवाया मेवात में फोर्स बहुत कम लगाई ताकि हिन्दू मारे जाए और वोट बैंक मजबूत हो
नूह के लोग डरे हुए हैं। फोर्स नहीं है वहां। homgard मुट्ठी भर पुलिस वाले हैं। रात बहुत डरावनी होगी ।क्या चाहती है सरकार ।तत्काल फोर्स क्यों नहीं भेजी जा रही।
अभी 70 -75 साल ही हुआ ये हाल है इनका आने वाले 50 साल बाद इनका और फटेगा | जो राजपूत राजा हजार साल तक इनको हिन्दू बनाए रखे उनको गाली देते हैं ये हिन्नुइसम की आड़ में। इतनी हीन भावना अंदर है ।
आज ये 75 साल से पुलिस फोर्स प्रशासन के होते मार खा रहे हैं इन से अभी तो 50 या 100 और होने दो ।
कोई आस पास का क्ष् त्रिय नहीं जाएगा । ऑनलाइन नव निर्मित क्षत्रिय जाएँगे रक्षार्थ ।
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